Petrol-Diesel Price| पेट्रोल-डीजल की कीमत 10 रुपये तक घट सकती है, नए साल पर केंद्र सरकार बड़ी राहत देने की तैयारी में

जनता को बड़ी राहत देने की तैयारी में केंद्र सरकार; पेट्रोल-डीजल की कीमत 10 रुपये तक घट सकती है, जल्द ऐलान

Petrol-Diesel Price May Reduce By Rs 10 Central Govt Announce Soon

Petrol-Diesel Price May Reduce By Rs 10 Central Govt Announce Soon

Petrol-Diesel Price: नए साल पर देश के लोगों को महंगाई में बड़ी राहत मिल सकती है। केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती करने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि, पेट्रोल-डीजल की कीमत 7 से 10 रुपये प्रति लीटर तक घट सकती है। केंद्र सरकार जल्द ही इस बारे में ऐलान करेगी। पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती को लेकर PMO, वित्त मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय की तेल कंपनियों के साथ बातचीत जारी है।

लोकसभा चुनाव को देखते हुए की जा रही कटौती

मालूम रहे कि, साल 2024 में लोकसभा चुनाव भी है। माना जा रहा है कि, लोकसभा चुनाव के चलते ही केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत कम कर रही है। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार लोगों को पेट्रोल-डीजल पर राहत देकर लुभाने की कोशिश में है। दरअसल, इन दिनों पेट्रोल-डीजल की कीमत आसमान पर है। कीमत तले लोगों की जेब दबी जा रही है। ऐसे में लोग कई बार सरकार से पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने की मांग कर चुके हैं।

कच्चा तेल सस्ता, इसलिए हो रही कटौती

हालांकि, पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती का एक अहम कारण यह बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत (Crude oil) में गिरावट आई है, इसलिए पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करने की तैयारी है। क्योंकि तेल कंपनियों को अब मुनाफा हो रहा है। कच्चा तेल फिलहाल 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है।

मई 2022 से पेट्रोल-डीजल की कीमत नहीं बदली

पिछले साल 22 मई से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव नही किया गया है। इस प्रकार से पेट्रोल और डीजल की कीमत (Petrol-Diesel Price Update) काफी लंबे समय से अपरिवर्तित है। आखिरी बार केंद्र सरकार ने उत्पाद शुल्क में कटौती की थी. इस दौरान पेट्रोल और डीजल के लिए कुल कटौती 13 रुपये और 16 रुपये प्रति लीटर हुई थी।

दरअसल, पिछले साल कच्चे तेल की कीमत में ज्यादा बढ़ोतरी होने से जब तेल कंपनियों को पेट्रोल पर 17 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 35 रुपये प्रति लीटर का घाटा हुआ तो फिर ऐसे में तेल कंपनियों ने कीमत बढ़ा दी। लेकिन अब जब कच्चे तेल की कीमत गिर गई है तो तेल कंपनियों का बजट संभल गया है और इसी के चलते लोगों को भी राहत मिल सकती है।